Monday, 23 July 2012

आंवला में ड्रामा-बरेली में कफर््यू

बरेली- आंवला में कांवडि़यों द्वारा उस समय मोहल्ला फूटा दरवाजा स्थित
मस्जिद के सामने रूककर नाचना गाना शुरू कर दिया जिस समय मस्जिद में
तरावीह की नमाज हो रही थी दूसरे पक्ष द्वारा खदेड़ जाने पर कांवडि़यों ने
मोहल्ला कच्चा कटरा में आठ दस घरों में घुसकर आग लगा दी। बरेली महानगर
में भी कई जगह मस्जिदों में घुसे। थाना बारादरी क्षेत्र में पुलिस पर
हमला किया जिसमें पांच छः सिपाही घायल हो गये, एसपी सिटी की गाड़ी पर
हमला किया गाड़ी का शीशा तोड़ दिया। पूरे क्षेत्र में कफर््यु लगा दिया
गया। पुलिस व अर्द्धसैनिक बल तैनात।

Saturday, 21 July 2012

ठेंगे पर कलक्टर का हुक्म

बरेली- जब मामला धार्मिक द्वेष का हो तो सीबी गंज व किला क्षेत्र के
विद्युत उपकेन्द्रों के स्टाफ जिला अधिकारी के आदेश को भी ठोकर पर रखने
से पीछे नहीं रहता। माया व अखिलेख सरकार में कानून से आजाद कर दिये जाने
वाले सरकारी कर्मचारी व अधिकारी बड़े से बड़े और कड़क से कड़क अधिकारी को
भी ठेंगा दिखाना नहीं भूलते। शायद इसी कारण आज रमजान की तरावीह का पहले
दिन ही ठीक नमाज के वक्त दो घण्टे सप्लाई बन्द रखकर सीबी गंज व किला के
उपकेन्द्रों ने कलक्टर साहब को आगाह कर दिया किया कमसे कम पांच साल तक
डीएम साहब की एक नहीं चलने वाली।
गुजरे हफ्ते ही जिला अधिकारी ने बिजली वालों को चेताया था कि रमजान में
सहरी व अफतार के समय किसी भी हालत में कटौती न की जावे। लेकिन किला व
सीबी गंज उपकेन्द्रों ने आज रमजान की पहली तरावीह के समय ही दो घण्टे
अनावश्यक रूप से सप्लाई बन्द करके डीएम साहब को बता दिया कि अगले पांच
साल तक के लिए हम मनके राजा है।

Wednesday, 11 July 2012

सूचनायें देने से कतरा रहे है अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी

बरेली-जिला अल्प संखयक कल्याण अधिकारी गुजरे तीन महीने से कुछ सूचनायें
देने में कतराने में जुटे हुए है। इसका क्या कारण है। क्या मांगी गयी
सूचनाओं से सम्बन्धित रिकार्ड किसी विशेष कारण से नष्ट कर दिया गया है?
या रिकार्ड में कुछ ऐसा है जिससे सार्वजनिक करने में खतरा दिख रहा है।
अन्याय विवेचक ने तीन माह पहले इस कार्यालय से सूचनायें मांगी थी जिसे
देने की बजाये अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी लगातार तीन में से नये नये
ड्रामें कर रहे हैं। अब वही सूचनायें एक बीपीएल कार्ड धारक ने मांगी है।
गौरतलब बात यह है कि मांगी गयी सूचनायें देने की बजाये अल्प संख्यक
कल्याण अधिकारी ने कानून का मुंह काला करते हुए बीपीएल कार्ड धारक से भी
पोस्टल आर्डर और शुल्क की मांग कर डाली।
दरअसल सूबे भर के अधिकारी सूचना के अधिकार अधिनियम को जूटे की नोक पर
रखने के लिए स्वतंत्र कर दिये गये है। इन्हें यह आजादी स्ंवय राज्य सूचना
आयोग ने प्रदान की है, जब आयोग स्ंवय ही दो-तीन साल तक सूचनायें न देता
हो तो उस आयोग का किसी दूसरे अधिकारी को क्या डर हो सकता है।

Monday, 18 June 2012

पुलिस के सामने रोडवेज बस पर हमला-- नियमित उगाही से बेबस पुलिस हाथ मलती रही

बरेली - चैपुला, सैटेलाईट, चैकी चैराहा, किला की ही तरह रामपुर रोड पर
मिनी बाईपास मोड़ पर पुलिस व आरटीओ की नियमित सेवा करने वाले
थ्रीव्हीलरों, जीपों का अड्डा बना हुआ है। सिविल पुलिस, यातायात पुलिस और
आरटीओ ने शहर के सभी रोड और चैराहे सुविधा शुल्क के नियमित उपभोक्ताओं
थ्रीव्हीलरों जीपों आटो वालों के नाम वक्फ कर दिये है। जिससे कि इन्हें
पूरी छूट है कि जहां चाहें जैसे चाहे या जब चाहें अपने वाहनों को खड़ा
करके सवारी भर सकते है। इसी आजादी से प्राप्त शक्ति का फायदा उठाते हुए
आज दोपहर लगभग 2-30 पर मिनी बाईपास मोड़ पर पुलिस बूथ के सामने टीएसआई व
सिपाहियों की मौजूदगी में रोडवेज बस में जमकर तोड़फोड की और परिचालक के
हाथ से सरकारी कैश लूटने की कोशिश के साथ साथ चालक परिचालक की लाठी
डण्डों पिटाई भी की। इस दौरान वर्दी वाले बेबस खड़े तमाशा देखते रहे।
सड़क पर वाहनों की लम्बी कतार लगती देख टीएसआई ने मामला रफा दफा कराया।
रोडवेज के परिचालक ने मौजूद टीएसआई को लिखित शिकायत भी देदी लेकिन
थ्रीव्हीलर को पुलिस ने नही रोका और वह चला गया।
हमेशा की तरह मिनी बाईपास मोड पर टैम्पू व जीपों वाले कई कई लाईनों में
खड़े होकर सवारिया भरने में लगे थे इन्हीं में विक्रम थ्रीव्हीलर न0
UP25AT 1575 भी बीच सड़क पर खड़ा सवारिया भर रहा था बतादें कि इस
थ्रीव्हीलर में पहले से ही ग्यारह सवारियां भरी थी पीछे पांच-सात
सवारियां खड़ी करने के लिए पुलिस व आरटीओं द्वारा लगवाई गयी फुटरेस पर
सवारियां खड़ी कर रहा था। रोड पर दूसरे वाहनों के गुजरने के लिए जगह नही
थी कि इसी बीच बरेली से दिल्ली जा रही रोडवेज बस न0 UP21AN 2187 के चालक
ने बस निकालने की कोशिश की जिससे के बस का पिछला कोना थ्रीव्हीलर से लग
गया इसपर थ्रीव्हीलर चालक बौखला उठा और उसने दूसरे टैम्पू वालों को इकटठा
करके लाठी डण्डों से बस चालक पर हमला बोल दिया। बस में बैठी सवारियों के
बीच बचाव करने पर उनपर भी हमलावर हुए। इसी बीच एक टैम्पू चालक ने बस
कण्डैक्टर से कैश छीनने की कोशिश की लेकिन सवारियों व राहगीरों ने बचा
लिया।

Thursday, 14 June 2012

एटीएम कार्ड मिला

अन्याय विवेचक के एक कर्मचारी को पीलीभीत बस अडडे पर एक एटीएम कार्ड पड़ा
मिला है। कार्ड 'आशुतोष गौतम के नाम है तथा इसकानम्बर 459150000541 है।
सम्पर्क करें-9410404892

Wednesday, 13 June 2012

क्षेत्रीये खेल कार्यालय की अनियमिताओं से ऊबकर मांगी सूचनायें

बरेली-स्पोर्ट स्टेडियम में व्याप्त अनियमिताओं से तंग आकर एडवोकेट वाई.
एस. चैहान ने आरटीआई का सहारा लिया। श्री चैहान ने क्षेत्रीये खेल
अधिकारी से 8 बिन्दुओं पर सूचनाये मांगी हैं। यह और बात है कि कार्यालय
सूचनायें देने की कार्यवाही के स्थान पर मामला सुलटाने की कोशिश में लग
गया है। श्री चैहान ने सभी सूचनायें प्रमाणित रूप में मांगी है जिससे
कार्यालय में हड़कम्प मचा हुआ है।
बताते चलें कि सूबे के दूसरे विभागों की तरह ही खेल विभाग भी भ्रष्टाचार
का कारखाना बना हुआ है यहां नियम कानून की कोई औकात नहीं। स्टेडियम में
उसका राज चलता है जिसकी जेब भारी हो या शासन में अच्छी पकड़ हो।
देखना यह है कि मांगी गयी सूचनायें दी जाती है या फिर...............।
याद दिला दें कि बरेली जिले में आरटीआई की कोई औकात नहीं खुद जिला
अधिकारी कार्यालय भी सूचनायें नहीं देता। इसके पीछे सबसे बड़ा हाथ सूचना
आयोग का है जब आयोग ही दो दो साल का समय बातने के बाद भी सूचनाये न देता
हो तो अन्य कार्यालयों को किसका डर रहेगा, सभी बेलगाम हो चुके है।