बरेली - चैपुला, सैटेलाईट, चैकी चैराहा, किला की ही तरह रामपुर रोड पर
मिनी बाईपास मोड़ पर पुलिस व आरटीओ की नियमित सेवा करने वाले
थ्रीव्हीलरों, जीपों का अड्डा बना हुआ है। सिविल पुलिस, यातायात पुलिस और
आरटीओ ने शहर के सभी रोड और चैराहे सुविधा शुल्क के नियमित उपभोक्ताओं
थ्रीव्हीलरों जीपों आटो वालों के नाम वक्फ कर दिये है। जिससे कि इन्हें
पूरी छूट है कि जहां चाहें जैसे चाहे या जब चाहें अपने वाहनों को खड़ा
करके सवारी भर सकते है। इसी आजादी से प्राप्त शक्ति का फायदा उठाते हुए
आज दोपहर लगभग 2-30 पर मिनी बाईपास मोड़ पर पुलिस बूथ के सामने टीएसआई व
सिपाहियों की मौजूदगी में रोडवेज बस में जमकर तोड़फोड की और परिचालक के
हाथ से सरकारी कैश लूटने की कोशिश के साथ साथ चालक परिचालक की लाठी
डण्डों पिटाई भी की। इस दौरान वर्दी वाले बेबस खड़े तमाशा देखते रहे।
सड़क पर वाहनों की लम्बी कतार लगती देख टीएसआई ने मामला रफा दफा कराया।
रोडवेज के परिचालक ने मौजूद टीएसआई को लिखित शिकायत भी देदी लेकिन
थ्रीव्हीलर को पुलिस ने नही रोका और वह चला गया।
हमेशा की तरह मिनी बाईपास मोड पर टैम्पू व जीपों वाले कई कई लाईनों में
खड़े होकर सवारिया भरने में लगे थे इन्हीं में विक्रम थ्रीव्हीलर न0
UP25AT 1575 भी बीच सड़क पर खड़ा सवारिया भर रहा था बतादें कि इस
थ्रीव्हीलर में पहले से ही ग्यारह सवारियां भरी थी पीछे पांच-सात
सवारियां खड़ी करने के लिए पुलिस व आरटीओं द्वारा लगवाई गयी फुटरेस पर
सवारियां खड़ी कर रहा था। रोड पर दूसरे वाहनों के गुजरने के लिए जगह नही
थी कि इसी बीच बरेली से दिल्ली जा रही रोडवेज बस न0 UP21AN 2187 के चालक
ने बस निकालने की कोशिश की जिससे के बस का पिछला कोना थ्रीव्हीलर से लग
गया इसपर थ्रीव्हीलर चालक बौखला उठा और उसने दूसरे टैम्पू वालों को इकटठा
करके लाठी डण्डों से बस चालक पर हमला बोल दिया। बस में बैठी सवारियों के
बीच बचाव करने पर उनपर भी हमलावर हुए। इसी बीच एक टैम्पू चालक ने बस
कण्डैक्टर से कैश छीनने की कोशिश की लेकिन सवारियों व राहगीरों ने बचा
लिया।
Monday 18 June 2012
Thursday 14 June 2012
एटीएम कार्ड मिला
अन्याय विवेचक के एक कर्मचारी को पीलीभीत बस अडडे पर एक एटीएम कार्ड पड़ा
मिला है। कार्ड 'आशुतोष गौतम के नाम है तथा इसकानम्बर 459150000541 है।
सम्पर्क करें-9410404892
मिला है। कार्ड 'आशुतोष गौतम के नाम है तथा इसकानम्बर 459150000541 है।
सम्पर्क करें-9410404892
Wednesday 13 June 2012
क्षेत्रीये खेल कार्यालय की अनियमिताओं से ऊबकर मांगी सूचनायें
बरेली-स्पोर्ट स्टेडियम में व्याप्त अनियमिताओं से तंग आकर एडवोकेट वाई.
एस. चैहान ने आरटीआई का सहारा लिया। श्री चैहान ने क्षेत्रीये खेल
अधिकारी से 8 बिन्दुओं पर सूचनाये मांगी हैं। यह और बात है कि कार्यालय
सूचनायें देने की कार्यवाही के स्थान पर मामला सुलटाने की कोशिश में लग
गया है। श्री चैहान ने सभी सूचनायें प्रमाणित रूप में मांगी है जिससे
कार्यालय में हड़कम्प मचा हुआ है।
बताते चलें कि सूबे के दूसरे विभागों की तरह ही खेल विभाग भी भ्रष्टाचार
का कारखाना बना हुआ है यहां नियम कानून की कोई औकात नहीं। स्टेडियम में
उसका राज चलता है जिसकी जेब भारी हो या शासन में अच्छी पकड़ हो।
देखना यह है कि मांगी गयी सूचनायें दी जाती है या फिर...............।
याद दिला दें कि बरेली जिले में आरटीआई की कोई औकात नहीं खुद जिला
अधिकारी कार्यालय भी सूचनायें नहीं देता। इसके पीछे सबसे बड़ा हाथ सूचना
आयोग का है जब आयोग ही दो दो साल का समय बातने के बाद भी सूचनाये न देता
हो तो अन्य कार्यालयों को किसका डर रहेगा, सभी बेलगाम हो चुके है।
एस. चैहान ने आरटीआई का सहारा लिया। श्री चैहान ने क्षेत्रीये खेल
अधिकारी से 8 बिन्दुओं पर सूचनाये मांगी हैं। यह और बात है कि कार्यालय
सूचनायें देने की कार्यवाही के स्थान पर मामला सुलटाने की कोशिश में लग
गया है। श्री चैहान ने सभी सूचनायें प्रमाणित रूप में मांगी है जिससे
कार्यालय में हड़कम्प मचा हुआ है।
बताते चलें कि सूबे के दूसरे विभागों की तरह ही खेल विभाग भी भ्रष्टाचार
का कारखाना बना हुआ है यहां नियम कानून की कोई औकात नहीं। स्टेडियम में
उसका राज चलता है जिसकी जेब भारी हो या शासन में अच्छी पकड़ हो।
देखना यह है कि मांगी गयी सूचनायें दी जाती है या फिर...............।
याद दिला दें कि बरेली जिले में आरटीआई की कोई औकात नहीं खुद जिला
अधिकारी कार्यालय भी सूचनायें नहीं देता। इसके पीछे सबसे बड़ा हाथ सूचना
आयोग का है जब आयोग ही दो दो साल का समय बातने के बाद भी सूचनाये न देता
हो तो अन्य कार्यालयों को किसका डर रहेगा, सभी बेलगाम हो चुके है।
Monday 4 June 2012
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