Tuesday 24 July 2012

सपा के राज में उ0प्र0 को गुजरात बनाने की कोशिश

आंवला में ड्रामा-बरेली में कफर््यू
बरेली-कांवड़ लेकर गुजर रहे कांवडि़यों ने आंवला के मोहल्ला फूटा दरवाजा
स्थित मस्जिद के सामने उस समय नाचना गाना शुरू कर दिया जिस समय मस्जिद
में नमाज हो रही थी। मस्जिद के सामने रूककर नाचने गाने को मना करने पर
कांवडि़यों ने अपनी वाहनों से अस्लाहे निकाल कर फायरिंग शुरू कर दी, जवाब
में दूसरे पक्ष ने पथराव किया। इसी बीच कुछ कांवडि़यों ने मोहल्ला कच्चा
कटरा में अपने वाहनों में रखा बीसों लीटर पैट्रौल लेकर कम से कम आधा
दर्जन घरों में घुसकर आग लगा दी जिससे दूसरे पक्ष के लोग भड़क गये और
आगजनी कर रहे कांवडि़यों को खदेड़ना शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस
ने कांवडि़यों की खुशामद करके वहां से हटा दिया। इसकी खबर बरेली पहुंचने
पर बरेली कांवडि़यों ने मोहल्ला बानखाना, सिटी स्टेशन, रबड़ी टोला, मठ
की चैकी, ब्राहमपूरा, शाहबाद आदि में जमकर हंगामा किया। सिटी स्टेशन,
रबड़ी टोला, गुलाबनगर स्थित मस्जिदों में कांवडि़यों ने घुसकर तोड़फोड़
की। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस पर हमला किया जिसमें पांच छः सिपाही
घायल हो गये, एसपी सिटी की गाड़ी पर हमला किया गाड़ी के शीशे तोड़ दिये।
फोर्स की मौजूदगी में लगातार फायरिंग होती रही। बारादरी के मोहल्ला
रबड़ीटोला में मस्जिद में घुसे कांवडि़यों को निकालने की कोशिश कर रहे
लोगों पर अंधाधुन गोलियां दागनी शुरू कर दी कई लोग घायल हो गये गम्भीर
घायलों को निजि अस्पतालों में भरती कराया गया जहां देर रात रबड़ीटोला के
एक युवक ने दम तोड़ दिया। किला चैपुला रोड स्थित शमशान भूमि फाटक के पास
मौजूद मस्जिद पर हमला किया गया। यहां भी पुलिस ने खुशामदें करके वहां से
हटाया।
देर रात प्रशासन ने शहर के सभी थाना क्षेत्रों में कफर््यु की घोषणा कर
दी। इसके बाद भी नाचना गाना बदस्तूर जारी रहा। ऊधर थाना सीबी गंज के
हमेशा ही शान्त रहने वाले गांव अटरिया में मार्निगवाक कर रहे के
रोजदारोें को पुलिस ने बेवजह ही लठिया दिया जबकि कांवडि़यों का जत्था
पहली बार इस क्षेत्र में नाचगाना करने पहुंचा, जबकि इससे पहले कभी इस
क्षेत्र में ऐसा कुछ नहीं हुआ। नया काम होने देने की प्रशासन से छूट मिली
रही।
ऊधर मीडिया को कवरेज करने देने में भी खुला भेदभाव किया गया। जो समाचार
पत्र व चैनल शासन प्रशासन की मर्जी के मुताबिक खबरों को लिखते दिखाते हैं
सिर्फ उन्हीं को कबरेज करने दी गयी और जो सच्चाई को उजागर करने की बीमारी
से ग्रस्त हैं उन्हें काम नहीं करने दिया गया। दूसरी तरफ कहने को तो सूबे
में सपा का शासन है लेकिन बरेली में हुए बलवे में पुलिस ने गुजरात
आतंकवाद की यादें ताजा करते हुए कांवडि़यों के साथ मिलकर दूसरे पक्ष पर
जमकर पथराव किया।
गौरतलब है कि जहां जहां भी हंगामा हुआ वहां वहां देखा गया कि कांवडि़यों
के जत्थे अपने वाहनों में अस्लाह व पैट्रौल आदि लेकर चल रहे हैं और उसका
खुलकर इस्तेमाल करते दिखाई पड़े। सवाल यह पैदा होता है कि धर्म यात्रा
करने वाले अस्लाह बारूद क्यों लेकर चल रहे हैं।
दूसरी तरफ कफर््यु के दूसरे दिन यानी सोमवार को भी नमाज के समय पुलिस की
मौजूदगी में मस्जिदों के सामने नाचने गाने डीजे, ढोल ताशे बजाने का विरोध
कर रहे रोजदारों को पुलिस द्वारा एक तरफा कार्यवाही के तहत पीटे जाने के
विरोध में हंगामा व पथराव जैसे हालत बने। ऊधर संजयनगर क्षेत्र में एक
दुकान आग के हवाले कर दी गयी फायरब्रिगेड घण्टों तक आग से जूझती रही कई
घण्टों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। थाना बारादरी के
मोहल्ला कांकर टोला में शाम के समय घर के सामने की मस्जिद से नमाज पढ़कर
लौट रहे रोजदार तीन युवकों को पुलिस ने बेवजह ही पीटा और उठाकर ले गयी
देर रात तक प्रशासन का कोई भी अधिकारी यह नहीं बता रहा था कि तीनों
रोजदारों को कहां रखा गया, उनके रोजे खुलवाये गये या नहीं। सैटेलाइट पर
लगभग दो घण्टे तक चारों रास्ते जाम करके कांवरिये नाच गाना करते रहे, जाम
लम्बा हो जाने पर पुलिस जागी और समझाने की कोशिश की लेकिन न मानने पर
पुलिस ने मामूली सख्ती करके वहां से हटाया जिसे गुजरात व अमरीका पोषित
कुछ अखबारों ने पुलिस पर मनचाहे आरोप जड़ दिये। कांकर टोला से बेवजह ही
ले जाये गये तीनों युवको की देर राततक कोई जानकारी नही दी गयी।

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