बरेली-दंगे के दूसरे दिन यानी सोमवार को थाना सुभाषनगर के मोहल्ला
मुस्तफा नगर के रहने वाले रेवले कर्मचारी अनवार अहमद के 17 वर्षीय पुत्र
को कांवरियों बुरी तरह पीटा और मरा समझकर छोड़ गये। राहगीरों और उसके साथ
चल रहे मित्र ने उसे उठाकर करीबी अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसे रैफर
कर दिया तो उसके परिवार वालों ने उसे शहर के ही एक निजि हास्पिटल में
भर्ती कराया गया। लगभग 24 घण्टे तक बेहोशी की हालत में जिन्दगी से जूझते
हुए आज दोपहर बाद फैजान ने दम तोड़ दिया।
थाना सुभाष नगर के मोहल्ला मुस्तफा नगर के रहने वाले रेल कर्मी अनवार
अहमद का छोटा बेटा फैजान 12वीं का स्टूडेंट था, उसके दूसरे समुदाय के एक
लड़के मनोज से बचपन की दोस्ती थी। कल दोपहर बाद मनोज फैजान के पास आया और
बदायंु रोड पर कुछ काम से साथ ले गया। फैजान चूंकि फैजान का रोजा था
इसलिए वह सिर पर टोपी लगाये हुए था। पूरा सुभाष नगर इलाका दोनों ने पार
किया किसी ने एक शब्द भी नहीं कहा लेकिन जैसे ही दोनो बदायुं रोड पहुंचे
कि सामने से आ रहे कांवरियों ने दोनो का पकड़ लिया और दोनों के नाम पूछे।
दोनों ने अपने अपने नाम बताये फैजान का नाम सुनते ही गुण्डे उस पर टूट
पड़े और उसे जमीन पर गिरा कर पीटने लगे। दो चार हाथ मनोज को इसलिए जड़
दिये क्योंकि वह फैजान के साथ प्रेम से चल रहा था।
मृतक के परिवार वालों ने बताया कि मनोज व कुछ राहगीरों ने फैजान को करीब
में ही मौजूद अस्पताल में ले गये जहां डाक्टर ने रैफर कर दिया। इसी बीच
मनोज ने फैजान के परिवार वालों को सूचना दी जिससे वे लोग आनन फानन में
हस्पताल पहुंच गये और फैजान को शहर के ही एक निजि हास्पिटल में भर्ती
कराया, जहां उसने आज दोपहर दम तोड़ दिया।
फैजान की मौत की खबर जंगल की आग की तरह कुछ ही मिनटों में शहर में फैल
गयी। पुलिस व जिला प्रशासन के आला अफसरान भारी फोर्स के साथ अस्पताल
पहुंचे। डीआईजी ने बताया कि मुख्य आरोपी को पकड़ लिया गया है, छानबीन की
जा रही है दूसरे हमलावरों को भी जल्दी ही पकड़ लिया जायेगा।
ऊधर फैजान की मौत की खबर के साथ ही प्रशासन चैकस हो गया। सख्ती बढ़ा दी
गयी। मृतक के परिवार को दो लाख रूपये मुआवजा देने की बात कही गयी।
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