उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों पर गुलामों से हफता वसूली की बाड़ सी आ गयी है। दिल्ली से लखनऊ मार्ग पर आठ नौ जगह गुलाम जनता से सरकारी तौर पर हफता वसूली के केन्द्र स्थापित थे ही । गुजरे गुरूवार को मार्ग चालू कर दिया गया जिसपर कम से कम चार जगह गुलामों से उगाही करने का लाईसेंस सरकार ने अपने चहेते पूंजी पतियों को दे दिया है जिसका उदघाटन सूबे के मालिक अखिलेश यादव ने गुरूवार को किया।
मायाराज की हठधर्मी और कदम कदम पर गुलामों से की जाने वाली उगाही से ऊब कर गुलामों ने इस बार सपा को रोजगार दे दिया गुलाम जनता को गलत फहमी थी कि अखिलेश को सूबे का महाराज बना देने से गुलामों को कुछ राहत मिलेगी, लेकिन गुलामों के अरमान गन्दे नाले में बह गये। उगाही बादस्तूर जारी है और पूंजि पतियों की तिजोरियों को अखिलेष यादव की सरकार भी भरने लगी।
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